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Monday, July 4, 2011

आज के नेता ओ की हकिकत ,भगवान की नजर में

भगवान सोच रहा था की कुछ आत्मा ओ का पुन्य इतना बढ़ गया की अब क्या किया जाये,तब वहा नारद जी आए और भगवान से पूछा -नारायण नारायण ,प्रभु क्या बात हे चिंता में लग रहे हो,भगवान -हा मुनिवर में सोच रहा था की इन आत्मा ओ का पुन्य इतना बढ़ गया की वो महात्मा के लायक हो ने जा रहेहे ,-नारदमुनी-प्रभु तो आप इन आत्मा ओ की भारत देश के नेता (पोलिटिसियन)क्यों नहीं बना देते,एक ही जन्म में उनके पुन्य को जलाकर ,दश जन्मो के पाप इकठा कर लेंगे , भगवान -अरे वह मुनिवर अपने मेरी चिंता दूर ही कर दी,-और फिर भारत में वो आत्मा इ पाप इकठा कर ने के लिए आ गई .....जय हिंद

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very nice