आज के राजनेता ओ का कार्य देख कर सोचा की भगवान क्या सोचते होंगे ,और एक काल्पनिक मुलाकात करली ॥
में-पहेले सादर प्रणाम प्रभु
गोड-प्रणाम
में-प्रभु एक उलज़ंन थी ,इसलिए सोचा की अगर आप समाधान करवा दे तो ,
गोड -क्या ,यही न की राजनेता ओ देश को लुंट रहे हे और उनका कुछ बुरा नहीं होता?
में- आपकी आशीष प्रभु ,सही पहेचाना,मुझे बार बार यही सवाल मनमे उठता हे की,भाजप ,कांग्रेश ,और सभी पार्टी के राजनेता किसी न किसी तरह देश को लुंट रहे हे,और महेंगाई बढ़ा रहे हे ,वो एक्स हो कर भी सभी लाभ उठाते हे,उन्हें सबकुछ मुफ्त में मिलता हे,और उनकी तन्खाये तो महगाई से भी ऊँची दर से बढ़ रही हे,इसमें से कुछ तो जब राजनीती में आए तब मजदुर थे और अब प्लेन में घूम रहे हे,इतना सब होने के बावजूद इनका कुछ बिगाड़ नहीं सकता ?.....
गोड- देश को लुंट रहे हे वो सही हे ,वो गलत करते हे वो भी सही हे, मगर कोई कुछ उनका बिगाड़ नहीं सकता,, वो तुम्हारी ही नहीं सभी भगतो की बड़ी गलती हे,हिसाब सबका होता हे,इन्ह लोगो का कुछ पुन्य पूर्व जन्म का इसे जन्म का होता हे उसी वजह से उनकी कुछ समय तक गडी चलती हे मगर जब उनके पुन्य से ज्यादा पाप का हिसाब बढ़ जाता हे तब आपने देखे होंगे कही राजनेता ,अफशरो,उद्योगपति ,वगेरे का क्या हाल हुआ हे और होते हे,तो ये तो उनको एक क्षणिक मोका दिया जाते हे कुछ अच्छा करने का ,मगर वो कर नहीं पाते हे,और वो इसे क्षेत्र में आकर उनके और जन्मो को भी बिगाड़ देते हे,और ये मत समजो की में हिसाब नहीं करता ,आपके हर कर्म का हिसाब बिना रिश्वत यहा होता हे,और वो पैसा इकठा करते हे वो सब से बड़े मुर्ख हे,क्युकी उनके साथ वो आता तो हे नहीं,वो तो सिर्ह्फ़ मेरी फेलाई हुई माया हे,वो तो मेरे पास ही रहेगी भीर भी वो समजते हे की हमने इस राजनीती में बहोत कमाया मगर उनका भ्रम हे,आप तो देखते हे न की कुछ लेकर साथ गए हे क्या? नहीं न तो मगर में कहेता हु की वो मेरे पास क्या लेकर ए ,वो उनके किये हुए कर्म लेकर मेरे पास आए ,वो सम्पति तो मेरी ही थी और फिर भी मेने उन्हें अगर वो सम्पति अछे काम में खर्च करेंगे तो अच्छा कर्म देने का भी वादा किया मगर इसने तो वो नहीं किया ,उल्टा बुरे कर्म में ही उपयोग किया,इसलिए देखो ये जो भी कर रहे हे वो उन्हें भुगतना ही पड़ेगा ......अब ई बात समज्मे,और उनका कर्म के हिसाब से मेरे पास चुकते करना ही हे,॥
में- ओह्ह प्रभु आपने तो इसी मुलाकात दी ,की ये न सिर्फ मेरे मीडिया क्षेत्र में सिमित रही मगर मेरे जीवन को ही भा गई.......जय श्री कृष्ण॥
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very nice