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Sunday, July 31, 2011

सरकार को सबक सिखाना जरुरी हे

केंद्र सरकार अब गेस और डीज़ल को भी नियंत्रण से मुक्त करना चाहती हे ,उनका कहेना हे की तेल कम्पनिया घाटे में जा रही हे,दो साल पहेले जब १३५ डोलर का भाव था तब भी ४५ रुपये पेट्रोल था तो अब तो क्रूड का १०० से भी अंदर भाव हे,तो घाटा केसा ,वो तो मुनाफे में घाटा हो रहा हे,क्या ये सरकार हे की बिजनेशमेंन -(जब संसद कीतनखाह बढे तो कोई घाटा नहीं और गरीबो का दिया गेस में घाटा -ये चल हे इसी सरकारों से तो अंग्रेज भी अछे थे )

मोदी ओं लोकपाल

अकबर-बीरबल लोकपाल के बारे में नरेन्द्र मोदी क्या कहते हे-बीरबल- जहापनाह ,मोदी जी जनलोक पाल और अन्ना के समर्थन कूद पड़ते हे ,मगर गुजरात में लोकायुक्त की नियुक्ति खुद वो ही नहीं होने देते,अकबर-वो क्यों-बीरबल-क्यों की गुजरात में लोकायुक्त आ जाये तो उनकी भी कर्नाटक की तरह खुर्सी जा सकती हे,क्युकी अदानी से लेकर अम्बानी और एस्सार से लेकर टाटा तक को बिना टेंडर सिर्फ जमीन ही नहीं बल्कि गुजरात की जनता का हजारो करोड़ पैसा भी मुफ्त में दिया हे उतना ही नहीं अदानी को गवर्मेंट की अस्पताल भी दे दी हे और अब भी दो साल में न जाने कितना देना का प्लान हे --

लोकपाल

अकबर-बीरबल भारत की क्या खबर हे,बीरबल-जहापनाह भारत में कर्णाटक के लोकायुक्त ने सी एम् की विकेट लेली,दूसरी और भारत सरकार लोकपाल से पि एम् को बहार रखते हुए सिर्फ नामका लोकपाल बनाने की पेशकश की हे,जिसे देश की भोली जनता सिर्फ नाराज ही हे,गुस्से नहीं,-अकबर-तो बीरबल ऐसे लोकपाल से क्या फायदा होगा-बीरबल,जहापनाह -फायदा तो कुछ नहीं बस सिर्फ जनता को हँसाने के लिए हे....जय हिंद